Pritam, Mohit Chauhan and Bollywood Sped Up - Bheegi Si Bhaagi Si [Sped Up]

आई मेरी सुबह हंसती हंसाती
बोली आँखें तेरे लिए संदेसा है हा है
जागी आँखों को भी सपना मिलेगा
कोई ख़ुशी आने का भी अंदेशा है हां है
आहा गुलाबी सी सुबह आहा शराबी सी हवा
भीगी सी भागी सी मेरी बाजुओं में समाये
जोगी सी जागी सी कोई प्रेम धुन वो सुनाये
भीगी सी भागी सी मेरी बाजुओं में समाये
जोगी सी जागी सी कोई राम धुन वो सुनाये

राहें वाहें बोले बातें रूमानी
आओ बैठो सुनो बातें कहानी है हा है
ताज़ी ताज़ी लगे हमको रोजाना
तेरी मेरी बातें यूँ तो पुरानी है हा है
आहा ख्यालों से पले आहा ये ज़िन्दगी चले
भीगी सी भागी सी मेरी बाजुओं में समाये
जोगी सी जागी सी कोई प्रेम धुन वो सुनाये
भीगी सी भागी सी मेरी बाजुओं में समाये
जोगी सी जागी सी कोई राम धुन वो सुनाये

भीगी सी भागी सी मेरी बाजुओं में समाये (हां हा )
जोगी सी जागी सी कोई प्रेम धुन वो सुनाये (हां हा)
भीगी सी भागी सी मेरी बाजुओं में समाये (हां हा )
जोगी सी जागी सी कोई राम धुन वो सुनाये (हां हा )


Written by:
IRSHAD KAMIL, NA PRITAM, PRITAM CHAKRABORTY

Publisher:
Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC

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Pritam, Mohit Chauhan and Bollywood Sped Up

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