Dhvani Bhanushali and Yuvan Shankar Raja - Candy

सौ ख्वाब है
सौ मेरी ख्वाहिशें
वो मैं करूँ
जो मुझे चाहिए

बनके तितली
मैं तो निकली
थोड़ी ज़िद्दी
थोड़ी पगली

ना ना ना ना

सबके जैसी नहीं हूँ मैं
जैसी भी हूँ सही हूँ मैं
जाने कितने ही रंगों में
डूब करके बनी हूँ मैं

मेरी मर्ज़ी मैं चलूँ
चाहे फिर जो भी पहन के
मेरी मर्ज़ी मैं रहूं
चाहे फिर दिन भर फ़ोन पे

मेरी मर्ज़ी मैं रहूं
या ना रहूं फिर होश में
क्यूँ रहना होश में
दिल ये रोके ना रुके

बनके तितली
मैं तो निकली
थोड़ी ज़िद्दी
थोड़ी पगली

ना ना ना ना

दिल जहाँ ले चलेगा
मुझको ये मेरा
दिल मेरा भी है
देखूं मैं हर इक जगह

जीना है जब खुलके
तो क्या सोचना बेवजह
ये उमर आये ना

बनके तितली
मैं तो निकली
थोड़ी ज़िद्दी
थोड़ी पगली

ना ना ना ना

मेरी अपनी ख़ुशी हूँ मैं
मेरी अपनी ख़ुशी हूँ मैं
खासियत भी कमी हूँ मैं
खासियत भी कमी हूँ मैं

जैसी भी हूँ सही हूँ मैं
जैसी भी हूँ सही हूँ मैं
हाँ सबके जैसे नहीं हूँ मैं

बनके तितली
मैं तो निकली
थोड़ी ज़िद्दी
थोड़ी पगली

ना ना
Typical Candy

Written by:
Kunaal Vermaa

Publisher:
Lyrics © Raleigh Music Publishing LLC

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Dhvani Bhanushali and Yuvan Shankar Raja

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