Raghav - Humrahee
झिन झिन झणन ना झिन झिन झा
झिन झिन झणन ना झिन झिन झा
झिन झिन झणन ना झिन झिन झा
इतना समझो हुमराही
हो इतना समझो हुमराही हाय
बिन तेरे मेरे साथी
क्यूँ सुनी हर बाड़ी हाय
ऐसा है खुमार तेरे मेरे प्यार का
खिलता है चमन मौसमे बहार का
ऐसा है आलम हो
मेरे मितवा रुके ना रुकेगा
कुच्छ तेरा ना मेरा है
पल से चुराने जीवन बहता पानी
यह लमहा ही है अपना बना ले
बाकी सब है पानी
हो ओ दिल की धड़कन ने है पुकारा
तुझे ही हमराही
झिन झिन झणन ना झिन झिन झा
तुझे ही
जबसे नैना लागे
हो ओ ओ ओ जबसे नैना लागे हाय
ह्म सौ तूफ़ाना है जागे
होश उड़ाए हमारे ह्म
ऐसी बसी हो तुम मेरे राग राग में
जो भी रूबरू हो मेरे तंन मॅन में
ऐसा है नशा ओ
मेरे मितवा रोके ना रुकेगा
कुच्छ तेरा ना मेरा है
पल से चुराने जीवन बहता पानी
यह लमहा ही है अपना बना ले
बाकी सब है पानी
हो ओ दिल की धड़कन ने है पुकारा
तुझे ही हमराही
झिन झिन झणन ना झिन झिन झा
तुझे ही हुमराही
तुझे ही हुमराही
तुझे ही हुमराही
Written by:
RAGHAV MATHUR, KULWANT SINGH BHAMRA, ANGUS GUNN CAMPBELL, NINA MATHUR
Publisher:
Lyrics © Warner Chappell Music, Inc.
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