Asha Bhosle and तालात महमूद - Dekh Li Ae Ishq Teri Mehrbani

देख ली ऐ इश्क तेरी
मेहरबानी देख ली
मेहरबानी देख ली
ख़ाक में मिलती हुयी
अपनी जवानी देख ली
मेहरबानी देख ली

आरज़ू तेरी कभी दिल
से निकल सकती नहीं
मेरी उल्फत
ग़म के अंगारों में जल सकती नहीं
आग में रहकर बहारें
ज़िंदगानी देख ली
देख ली ऐ इश्क तेरी
मेहरबानी देख ली
मेहरबानी देख ली

दिल तो कहता है की मैं
सूरज की किरणें तोड़ दूं
गुल से ख़ुश्बू छीन लूँ
कलियों की आँखें फोड़ दूँ
दुनिया वाले मैंने ये
दुनिया इ फ़ानी देख ली
देख ली ऐ इश्क तेरी
मेहरबानी देख ली
मेहरबानी देख ली

जान जाए पर न
जायेगी वफ़ा की आबरू

यादगार इ इश्क़ होंगे
एक हम और एक तू

हर ज़बान पर मैंने उल्फ़त
की कहानी देख ली

देख ली ऐ इश्क तेरी
मेहरबानी देख ली
मेहरबानी देख ली

Written by:
GHULAM MOHAMMED, SARDAR MALIK, SHAKEEL BADAYUNI

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

Lyrics powered by Lyric Find

Asha Bhosle and तालात महमूद

View Profile