Lata Mangeshkar and Talat Mahmood - Kise Maloom Tha
आरज़ूएँ रो रही हैं हसरतें बरबाद हैं
हम ज़माने में फ़क़त इक दुःख भरी फ़रियाद हैं
किसे मालूम था इक दिन मोहब्बत बेज़ुबाँ होगी
वो ज़ालिम आसमाँ जाने मेरी दुनिया कहाँ होगी
कभी इक ख़्वाब देखा था मेरे पहलू में तुम होगे
मेरे पहलू में तुम होगे
कहानी प्यार की आँखों ही आँखों में बयाँ होगी
किसे मालूम था इक दिन मोहब्बत बेज़ुबाँ होगी
लहू दिल का मेरी आँखों का पानी बन के कहता है
लहू दिल का मेरी आँखों का पानी बन के कहता है
ये पानी बन के कहता है
न हम होंगे न तुम होगे हमारी दास्ताँ होगी
न हम होंगे न तुम होगे हमारी दास्ताँ होगी
किसे मालूम था इक दिन मोहब्बत बेज़ुबाँ होगी
वो ज़ालिम आसमाँ जाने मेरी दुनिया कहाँ होगी
मेरी दुनिया कहाँ होगी
मेरी दुनिया कहाँ होगी
मेरी दुनिया कहाँ होगी
मेरी दुनिया कहाँ होगी
मेरी दुनिया कहाँ होगी
Written by:
C Ramchandra, Rajinder Krishnan
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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