Kamal Khan and Santokh Singh Dhaliwal - Haal Da Marham

आ आ आ आ आ आ
सा गा मा सा
मेरे हाल दा
मरहम तू साईयाँ वे
मेरे हाल दा मरहम तू
मेरे हाल दा
मरहम तू साईयाँ वे
मेरे हाल दा मरहम तू
अंदर तू है बाहर तू है
अंदर तू है बाहर तू है
रोम रोम विच तू तू तू
हाल दा मरहम तू साईयाँ वे
मेरा हाल दा मरहम तू
वे मेरे हाल दा
मरहम तू साईयाँ
मेरे हाल दा मरहम तू
अंदर तू है बाहर तू है
अंदर तू है बाहर तू है
रोम रोम विच तू तू तू
हाल दा मरहम तू साईयाँ
मेरे हाल दा मरहम तू
मेरे हाल दा
मरहम तू साईयाँ वे
मेरे हाल दा मरहम तू
मेरे हाल दा
मरहम तू साईयाँ
तू है ताना तू है बाना
सब कुछ मेरा तू तू
सब कुछ मेरा
तू आईं वे साईयाँ
तू है ताना तू है बाना
सब कुछ मेरा तू तू
सब कुछ मेरा
तू आईं वे साईयाँ
हाल दा मरहम तू साईयाँ वे
मेरे हाल दा मरहम तू तू
वे मेरे हाल दा
मरहम तू साईयाँ
मेरे हाल दा मरहम तू तू
अंदर तू है बाहर तू है
अंदर तू है बाहर तू है
रोम रोम विच तू तू तू
हाल दा मरहम तू साईयाँ
मेरे हाल दा मरहम तू
वे मेरे हाल दा
मरहम तू साईयाँ
मेरे हाल दा मरहम तू तू

कहे हूसेन फकीर निमाना
मैं नही सभ कुछ तू तू
मैं नही सभ कुच्छ
तू आईं वे साईयाँ
कहे हूसेन फकीर निमाना
मैं नही सभ कुछ तू तू
मैं नही सभ कुच्छ
तू आईं वे साईयाँ
हाल दा मरहम तू साईयाँ वे
मेरे हाल दा मरहम तू
वे मेरे हाल दा
मरहम तू साईयाँ
मेरे हाल दा मरहम तू तू
हो अंदर तू है बाहर तू है
अंदर तू है बाहर तू है
रोम रोम विच तू तू तू
हाल दा मरहम तू साईयाँ
मेरे हाल दा मरहम तू
वे मेरे हाल दा
मरहम तू साईयाँ
मेरे हाल दा मरहम तू तू.

Written by:
SAMEER, SANTOKH SINGH

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Kamal Khan and Santokh Singh Dhaliwal

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