Alka Yagnik and शान - Ladki Kyon

लड़की क्यूँ न जाने क्यूँ
लड़कों सी नहीं होती

वो ओह वो वो ओह वो

सोचती है ज़्यादा कम वो समझती है
सोचती है ज़्यादा कम वो समझती है
दिल कुछ कहता है कुछ और ही करती है
लड़की क्यूँ न जाने क्यूँ लड़कों सी नहीं होती
लड़की क्यूँ न जाने क्यूँ लड़कों सी नहीं होती

सोचती है ज़्यादा कम वो समझती है
दिल कुछ कहता है कुछ और ही करती है
लड़की क्यूँ न जाने क्यूँ लड़कों सी नहीं होती
लड़की क्यूँ न जाने क्यूँ लड़कों सी नहीं होती

प्यार उसे भी है मगर शुरूआत तुम्ही से चाहे
खुद में उलझी उलझी है पर बालों को सुलझाये
I Mean You Are All The Same यार
हम अच्छे दोस्त हैं पर उस नज़र से तुमको देखा नहीं
वो सब तो ठीक है पर उस बारे में मैंने सोचा नहीं
सब से अलग हो तुम ये कह के पास तुम्हारे आये
और कुछ दिन में तुम में अलग सा कुछ भी न उसको भाये
उफ़ ये कैसी शर्ट पहनते हो
ये कैसे बाल कटाते हो
गाड़ी तेज़ चलाते हो
तुम जल्दी में क्यूँ खाते हो
Give Me A Break
तुम्हें बदलने को पास वो आती है
तुम्हें मिटाने को जाल बिछाती है
बातों बातों में तुम्हें फंसाती है
पहले हँसाती है
फिर बड़ा रुलाती है
लड़की क्यूँ न जाने क्यूँ लड़कों सी नहीं होती
लड़की क्यूँ न जाने क्यूँ लड़कों सी नहीं होती

ओह हो

ऐ इतना ही खुद से ख़ुश हो तो पीछे क्यूँ आते हो
फूल कभी तो हज़ार तोहफ़े आख़िर क्यूँ लाते हो

अपना नाम नहीं बताया आपने
क़ाॅफ़ी पीने चलेंगे
मैं आपको घर छोड़ दूँ फिर कब मिलेंगे
बिखरा बिखरा बेमतलब सा टूटा फूटा जीना
और कहते हो अलग से हैं हम तान के अपना सीना
भीगा तौलिया कहीं फ़र्श पे
टूतपेस्ट का ढक्कन कहीं
कल के मोज़े उलट के पहने
वक़्त का कुछ भी होश नहीं

जीने का तुमको ढंग सिखलाती है
तुम्हें जानवर से इन्साँ बनाती है
उसके बिना एक पल रह ना सकोगे तुम
उसको पता है ये कह ना सकोगे तुम
इसलिये लड़कियाँ लड़कों सी नहीं होतीं
इसलिये लड़कियाँ लड़कों सी नहीं होतीं

जाने कौन कौन से दिन वो तुमको याद दिलाये
प्यार को चाहें भूल भी जाये तारीख़ें न भुलाये

फर्स्ट मार्च को नज़र मिलाई
चार अप्रैल को मैं मिलने आई
इक्कीस मई को तुमने छुआ था
छ जून मुझे कुछ हुआ था

लड़कों का क्या है किसी भी मोड़ पे वो मुड़ जायें
अभी किसी के हैं अभी किसी और से वो जुड़ जायें
तुम्हारे मम्मी डैडी घर पे नहीं हैं
Great मैं आ जाऊँ
तुम्हारी फ्रेंड अकेली घर जा रही है
बेचारी मैं छोड़ आऊँ उफ़

एक हाँ कहने को कितना दहलाती है
थक जाते हैं हम वो जी बहलाती है
वो शरमाती है कभी छुपाती है
लड़की जो हाँ कह दे उसे निभाती है
इसलिये लड़कियाँ लड़कों सी नहीं होतीं
इसलिये लड़कियाँ लड़कों सी नहीं होतीं (न न न)
इसलिये लड़कियाँ लड़कों सी नहीं होतीं (लड़की क्यूँ Oh God)
इसलिये लड़कियाँ लड़कों सी नहीं होतीं (न न न someone shut her up)

ऑलराइट ऑलराइट इसमें झगड़ने की क्या बात है यार

पहले पहले भवरे जैसे पास मँडराय (अरे but I)
फिर बिजी हु यह केह कर तुमको वह टल्लाय (कम ऑन रिया)
समझा करो डार्लिंग आज बोहत काम है (मेरी भी तो सुनो)
दूर हुआ तो क्या दिल मे तुम्हारा नाम है (ओह Wow)
जिस चेहरे पर मरते हो
वो बोरिंग हो जाता है (I am not listening to you)
कुछ ही मे नज़रे उनकी
इधर उधर मँडराय (i am not listening)
सिर्फ प्यार से ज़िन्दगी नई चलती (ok i am not with her)
तुम इंटीरियरडेकोरेशन का कोर्स क्यों नई करती

ok thats it

Written by:
PRASOON JOSHI, JATIN PANDIT, LALITRAJ PANDIT

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Alka Yagnik and शान

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